घोटाला ही घोटाला,
इस देश मे जहाँ देखो घोटाला ही घोटाला,
पढ़ाई मे घोटाला, नौकरी के लिये घोटाला,
नौकरी मे तरक्की के लिये भी होता घोटाला,
यहाँ मंत्री के लिये घोटाला, मरीज के इलाज मे घोटाला,
जांच की बात मे घोटाला, अरे तूने मुझ पर टाला,
तो मैने उस पर टाला,उसने सरकार पर टाला,
यूं ही लगता रहा मिर्च मशाला, व्याप्पम हो या हवाला,
सरकार को लगी मिर्ची जांच आयोग का तड़का लगा डाला,
इस तरह मामला ठंडा हुआ तो घोटाला रद्दी की टोकरी मे डाला,
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