Friday, October 4, 2013

भोलेभाले व्यक्ति की समझदारी

बहुत पहले कि बात है एक गॉव मे चौपाल पर कुछ लोग बैठे हुक्का पी रहे थे| उनमे से एक आदमी कहने लगा कि राजा के दर्शन करने पर भगवान के दर्शन करने जैसा पुण्य मिलता है| ऐसा सुनकर वहां बैठे एक सीधे भोलेभाले व्यक्ति ने राजा के दर्शन करने के लिए शहर कि ओर प्रस्थान किया| शहर पहुँचने पर वह राजा से मिलने के लिये महल के अन्दर जाने लगा तो गेट पर खड़े दरबान ने उसे रोका| वह अन्दर जाने कि जिद करते हुए कहने लगा कि यदि तुमने मुझे अन्दर न जाने दिया तो मैं यहीं पर अपने प्राण त्याग दूंगा| यह सुचना राजा तक पहुंचाई गयी राजा ने उसे अन्दर बुला लिया|

राजा तक पहुँचने के लिए सात दरवाजे पार करके जाना होता था| सातों दरवाजों पर एक-एक दरबान था| वह सातों दरवाजे पार कर अन्दर पहुंचा| राजा ने आने का कारण पूछा? उस व्यक्ति ने कहा, आपके दर्शन करने पर मुझे भगवान के दर्शन करने का पुन्य मिल गया यह कह कर वह बाहर चला गया|

राजा ने उसके भोलेपन पर बहुत प्रसन्न होकर ईनाम देने की घोषणा की और एक कर्मचारी को उसे बुलाने हेतु भेजा| कर्मचारी ने बाहर जाकर उस आदमी से कहा कि तुम्हे राजा ने ईनाम देने के लिए बुलाया है ऐसा सुनकर वह वापस महल में जाने लगा तो पहले दरबान ने कहा, तुम्हे ईनाम मिलेगा हमें क्या दोगे| उसने कहा आधा तुम बाँट लेना प्रत्येक दरवाजे के दरबान के द्वारा ईनाम में हिस्सा मांगने पर आधा बाँट लेने का वायदा किया साथ में चल रहे कर्मचारी ने कहा मुझे क्या दोगे उसने कहा शेष तुम ले लेना|

दरबार में राजा ने कहा हम तुमसे  बहुत खुश हैं जो चाहो मांग लो| उसने कहा जो मैंने माँगा वही दोगे ऐसा वचन दो तो मांगू? राजा ने उसे वचन दे दिया| उसने सोचविचार कर कहा| महाराज मुझे १२८ कोड़े लगाये जाएँ| राजा ने कहा कि अरे मुर्ख हमने सजा नहीं ईनाम मागने के लिए कहा है| उसने कहा मुझे तो कोड़े ही चाहिए देना हो तो दो नहीं तो वचन हार जाओ|

मजबूर होकर राजा ने कोड़े लगाने की इजाजत दे दी| तब उसने कहा रुको मेरे हिस्सेदारों को भी ईनाम मिलना चाहिए| उसने किये गए वायदे के अनुसार पहले दरबान को बुला कर ६४, दुसरे को ३२, तीसरे को १६, चोथे को ८, पांचवे को ४, छठे को २, तथा सातवें को १ कोड़ा लगवाया| शेष बचे एक कोड़े को उसने बाहर से बुला कर लाने वाले कर्मचारी को लगवा दिया| राजा ने उसके होधियारी भरे भोलेपन से अति प्रसन्न होकर कुछ अशर्फियाँ देकर विदा किया|  

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